जय श्री राम….अयोध्या में जैसे जैसे राम लल्ला के प्राण प्रतिष्ठा की की तारीख़ नजदीक आती जा रही है वैसे वैसे अवधपुरी की शोभा दिन दूनी रात चौगुनी होती जा रही है !
जगमगाती सड़कें, सुशोभित चौराहें और सजे हुए तोरण द्वार अयोध्या जैसे त्रेता युग के उन सुनहरे दिनों को दोहराने जा रही है, जब राजा दशरथ के चार बाल रूप में राघव हुए थे! कहते हैं कि उस दिन अयोध्या का सौंदर्य स्वर्ग के देवताओं को भी आकर्षित कर रहा था! आज उसी उमंग उल्हास की कहानी दोहराई जा रही है!
मंदिर में प्रभु श्री राम के बाल स्वरूप की मूर्ति स्थापित की जाएगी जिसकी ऊंचाई 5.5.फीट है और ये मूर्ति 5 वर्ष के बालक के स्वरूप की होगी! अवध नगरी में श्री राम मंदिर का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरणों में है! साथ ही पूरी अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है! अयोध्या की एक-एक गली को चमकाया जा रहा है, पूरी अयोध्या को भगवा रंग में रंगा जा रहा है!
अवधपुरी के छोटे बड़े अन्य मंदिरों का भी कायाकल्प किया जा रहा है! सुंदर कलाकृतियों से दिवारों को सजाया जा रहा है, जो रामायण काल के प्रसंगों को चित्रित करेंगी! पुरी अयोध्या त्रेता युग की तरह नजर आएगी! सड़कों के किनारे सूर्य स्तंभ लगाए जा रहे हैं, जो इस बात का प्रतीक है कि प्रभु श्री राम सूर्यवंशी थे!
प्रभु का बहुप्रतीक्षित मंदिर 2.7 एकड़ में बन रहा है जो 162 फीट ऊंचा होगा और तीन मंजिल का होगा और हर मंजिल की ऊंचाई 20 फीट होगी! मंदिर में कुल 392 खंभे और 44 द्वार बनाये जाएंगे ! मंदिर में आयताकार परिधि भी देखने को मिलेगी जिसे परकोटा कहते हैं ये एक तरह से मंदिर की सुरक्षा दीवार होगी! ये शैली दक्षिण भारत के मंदिरों में विशेष रूप से देखी जाती है! ये परकोटा 14 फीट चोड़ा होगा और उसकी परिधि 732 मीटर तक फैली होगी!
मंदिर के मुख्य द्वार का नाम ‘सिंह द्वार’ रखा गया है, साथ ही सूर्य देव, पंचदेव और विष्णु भगवान के मंदिरों का भी निर्माण क्या हो रहा है! रघुनन्दन की मूर्ति बनाने के लिए राजस्थान और कर्नाटक से पत्थरआये हैं! महाराष्ट्र के जंगलों से द्वारों और खिड़कियों के लिए लकड़ियाँ मंगाई गई है और इनपर नक्काशी का काम हैदराबाद के मजदूरों ने किया है! मंदिर परिसर में एक विशाल जटायु की प्रतिमा लगाई गई है जो कांस्य से बनी है! आपको बता दें कि इस भव्य समारोह के लिए थाईलैंड के राजा ने विशेष तौर पर वहां की मिट्टी भेजी है! इसके अलावा कंबोडिया से हल्दी आई है!
यहां एक बात और जानने लायक है कि जोधपुर से 600 किलोग्राम गाय का शुद्ध घी लाया गया है और जनकपुर से एक विशेष मिथिला पेंटिंग भेजी गई है जिसमें सीता माता के धरती पर जन्म से लेकर मर्यादा पुरोषतम से उनके विवाह के प्रसंगों को दर्शाया गया है। है !
मंदिर परिसर में एक ध्वज दंड भी लगाया जा रहा है जिसकी लंबाई 44 फीट और वजन 500 किलोग्राम होगा! इसके अलावा बड़ोदरा से विशेष रूप से एक 108 फीट लंबी विशाल अगरबत्ती लाई जाएगी! मंदिर परिसर में एक 6 फ़ीट ऊँचा और 4 फ़ीट चौड़ा विशाल घंटा लगाया जा रहा है जिसका वजन 600 किलोग्राम होगा और इसकी ध्वनि 10 किलोमीटर दूर तक सुनाई देगी !
मंदिर की नीव रखने के लिए देश भर से 2587 पवित्र स्थान से मिट्टी इकट्ठी की गई है जिनमें केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री भी शामिल हैं! मंदिर की नीव रखने के लिए 150 पवित्र नदियों के जल का प्रयोग किया गया है जिसमें 8 बड़ी नदियां 3 समुद्र और श्रीलंका की 16 पवित्र नदियों के जल का प्रयोग किया गया है और साथ ही साथ कैलाश मान सरोवर के जल का उपयोग किया गया है ! मंदिर के नीव के करीब 2000 फीट की गहराई पर एक टाइम कैप्सूल रखा गया है जिसमें प्रभु श्री राम और राम जन्म भूमि अयोध्या के बारे में सारी जानकारी लिखी गई है!
राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम
वैसे तो रघुनन्दन की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को मृगशिरा नक्षत्र में होगी और इसके लिए 84 सेकंड का मुहर्त निकला गया है जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकेंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकेंड तक होगा ! लेकिन विधि विधान से समारोह की शुरुआत 15 जनवरी से हो जाएगी! कार्यक्रम के मुताबिक 15 जनवरी 2024 को गर्भ गृह में रामलला की मूर्ति लाई जाएगी! 16 जनवरी को अधिवास का अनुष्ठान शुरू होगा जो प्राण प्रतिष्ठा की विधि विधान का हिस्सा माना जाता है! 17 जनवरी को रामलला की मूर्ति को नगर भृमण के लिए निकाला जाएगा! 18 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा की विशेष विधान शुरू होगी!
19 जनवरी को यज्ञ अग्नि की स्थापना की जाएगी! 20 जनवरी को गर्भ ग्रह में 81 कलशों से भरे सरयू नदी के जल से धोने के बाद वास्तु की पूजा की जाएगी! 21 जनवरी को प्रभु को 125 तीर्थों के जल से स्नान कराया जाएगा! 22 जनवरी को मृगशिरा नक्षत्र में प्राण प्रतिष्ठा होगी! प्राण प्रतिष्ठा के दोरान 125 पूजा परंपराओं का पालन किया जाएगा गौरी पूजन के बाद अगले 48 दिनों तक मंडल पूजा चलेगी !
बदल रही है श्री राम की अयोध्या
क्योंकि सदियों के इंतज़ार के बाद अयोध्या में राम लला विराजेंगे और 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा होगी! प्रभु की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद पूरे भारतवर्ष और अन्य देशो से श्रद्धालुओं का आगमन होगा इसलिए लाखों की सुविधा और आरामदेह यात्रा के लिए कार्य प्रगति पर है! जैसे की मल्टीलेवल पार्किंग, श्री राम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण कार्य (जिसका नाम अब महर्षि बाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कर दिया गया है), अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य, टेंट सिटी का निर्माण, होम स्टे की व्यवस्था, साफ सफाई और सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रशासन लगातर कार्यरत है!
महर्षि बाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा
यदि बात करे नवनिर्मित महर्षि बाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की तो ये हवाई अड्डा बनकर तैयार है! ये एयरपोर्ट अयोध्या के समृद्ध विरासत और संस्कृति के दर्शन कराएगा! इस एयरपोर्ट पर नागर शैली की झलक दिखेगी! इस हवाई अड्डे को राम मंदिर के जैसा बनाया गया है! इस एयरपोर्ट पर आपको मर्यादा पुरोषतमके जीवन से जुड़े विभिन्न प्रसंग चित्र नजर आएंगे! यहां आपको बता दें कि राम मंदिर की झलक वाले इस भव्य एयरपोर्ट को बनाने की लागत करीब 250 करोड़ रुपये आ रही है! निश्चित रूप से इस एयरपोर्ट से आने जाने वाले यात्रियों के लिए ये एक सुखद अनुभव होगा! इस एयरपोर्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 30 दिसंबर 2023 को किया गया है! इंडिगो एयरलाइंस पहले चरण में अयोध्या से दिल्ली और अहमदाबाद के लिए अपनी सेवाएं शुरू कर रही है!
अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन
अब बात करते हैं अयोध्या रेलवे स्टेशन का जिसका नाम ‘अयोध्या धाम’ कर दिया गया है! ये अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पूरी तरह से हाईटेक होगा ! इस रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा गया है, इस रेलवे स्टेशन में बच्चों की देखभाल की व्यवस्था, बीमार व्यक्तियों के लिए और पर्यटन सूचना केंद्र स्थापित किया गया है! इसके अलावा स्टेशन परिसर में लिफ्ट, सीढ़ियां, शौचालय, एक्केलेटर, फूड कोर्ट और क्लॉकरूम की सुविधा दी गई है! एयरपोर्ट की तरह इस रेलवे स्टेशन पर भी मंदिर की झलक आएगी! स्टेशन की दीवारों को भगवा रंग से रंग दिया गया है और इस दीवारों पर रामायण के प्रश्नों को चित्रित किया गया है जो प्रभु के जीवन से संबधित होगी!
टेंट सिटी
22 जनवरी 2024 को होने वाले राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान हैं इसके अलावा इस योजना में देश भर के 7000 से ज्यादा मेहमान शामिल होंगे! मेहमानों में देश के उद्योगपति, अभिनीत, साहित्यकार और खिलाड़ी शामिल हैं !
Very good article
प्रभु श्री राम के स्वागत के लिए पुरा भारत उत्साहित है ऐसे मैं कोई ऐसे महत्वपूर्ण सूचना दे सके इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है काफी लाभकारी सूचना मिली इस आर्टिकल से। जय श्री राम
जय श्री राम
प्रभु हमारे घर आ रहे हैं। इससे उत्साहित बात क्या ही हो सकती है?खोजी टाइम्स के तहत हमें और जानकारी मिल रही है। हमारे लिए बहुत लाभकारी है?जय श्री राम!